Intraday Trading एक ऐसी कला है जिसमें सही स्टॉक का चयन ही आपकी सफलता की कुंजी होता है। चूंकि इस प्रकार की ट्रेडिंग में शेयरों की खरीद और बिक्री एक ही दिन के भीतर होती है, इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने। गलत स्टॉक में एंट्री लेना न सिर्फ नुकसानदायक हो सकता है, बल्कि यह आपके आत्मविश्वास को भी प्रभावित करता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इंट्राडे स्टॉक चुनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कैसे आप खुद को बेहतर निर्णय लेने के लिए तैयार कर सकते हैं।
लिक्विड स्टॉक्स का महत्व
इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे पहले यह देखना चाहिए कि स्टॉक में लिक्विडिटी है या नहीं। ऐसे स्टॉक्स जिनमें खरीद और बिक्री की मात्रा अधिक होती है, उन्हें लिक्विड स्टॉक्स कहा जाता है। इन स्टॉक्स को आप बिना ज्यादा दाम गिरे या बढ़े, जल्दी खरीद और बेच सकते हैं। यह आपको अधिक अवसर देता है।
आप NSE या BSE की वेबसाइट पर जाकर "Top Volume", "Top Gainers" या "Top Losers" सेक्शन में जाकर ऐसे स्टॉक्स की पहचान कर सकते हैं।
बाजार और सेक्टर का ट्रेंड पहचानें
सिर्फ स्टॉक को नहीं, बल्कि यह देखना भी जरूरी है कि पूरा सेक्टर या इंडेक्स किस दिशा में जा रहा है। अगर निफ्टी 50 या बैंक निफ्टी ऊपर जा रही है, तो इससे जुड़े स्टॉक्स भी उसी दिशा में चलने की संभावना रखते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि फार्मा सेक्टर में तेजी है, तो आप SUN PHARMA या CIPLA जैसे लिक्विड फार्मा स्टॉक्स पर नज़र रख सकते हैं। इससे आपका निर्णय बाजार के ट्रेंड के साथ जुड़ा रहेगा।
अस्थिरता (Volatility) वाले स्टॉक्स का चुनाव
इंट्राडे ट्रेडिंग का मुनाफा कीमतों में आने वाले छोटे-छोटे उतार-चढ़ाव से ही आता है। इसलिए, ऐसे स्टॉक्स चुनें जिनमें मध्यम से उच्च अस्थिरता हो। यह अस्थिरता स्टॉक के ऊपर-नीचे जाने की क्षमता को दर्शाती है।
आप Nifty High Beta 50 Index या India VIX का उपयोग करके यह जांच सकते हैं कि कौन से स्टॉक्स ज्यादा अस्थिर हैं। बीटा वैल्यू 1 से अधिक होने पर स्टॉक अधिक अस्थिर माना जाता है।
पेनी स्टॉक्स से सावधान रहें
पेनी स्टॉक्स दिखने में आकर्षक लग सकते हैं क्योंकि इनकी कीमत कम होती है। लेकिन इनमें अक्सर तरलता की कमी होती है और इन्हें आसानी से हेरफेर किया जा सकता है। इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग में ऐसे स्टॉक्स से बचना ही बेहतर होता है।
मोमेंटम स्टॉक्स की पहचान करें
मोमेंटम स्टॉक्स वे होते हैं जिनकी कीमत में तीव्र गति से बदलाव आता है। ये स्टॉक्स किसी खबर, रिजल्ट या तकनीकी ब्रेकआउट के कारण अचानक रफ्तार पकड़ते हैं। इंट्राडे ट्रेडर्स को इन्हीं में मौके तलाशने चाहिए।
MACD, RSI और VWAP जैसे टूल्स का इस्तेमाल करके आप इन स्टॉक्स को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं।
तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करें
इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने, इसका सबसे वैज्ञानिक तरीका है टेक्निकल एनालिसिस। इससे आपको स्टॉक के सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल, ट्रेंड लाइन, ब्रेकआउट और रिवर्सल की जानकारी मिलती है।
उदाहरण के लिए, यदि कोई स्टॉक 20-दिन और 50-दिन की मूविंग एवरेज को क्रॉस कर रहा है, तो यह एक मजबूत संकेत हो सकता है कि वह स्टॉक आगे चल सकता है।
प्री-मार्केट सेशन का लाभ उठाएं
प्री-मार्केट सेशन (सुबह 9:00 से 9:15 बजे) आपको यह संकेत दे सकता है कि दिन में कौन से स्टॉक्स एक्टिव रहेंगे। इस दौरान आप अपनी वॉचलिस्ट बना सकते हैं और उसी आधार पर ट्रेंडिंग स्टॉक्स का चयन कर सकते हैं।
खबरों और डेटा पर नज़र रखें
कई बार किसी कंपनी की ताजा खबर या कॉर्पोरेट घोषणा स्टॉक को तेज़ी से ऊपर या नीचे ले जा सकती है। इसलिए ट्रेडिंग से पहले संबंधित खबरों की समीक्षा करना बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष
इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने, यह सवाल जितना सरल लगता है, उतनी ही गहराई इसके उत्तर में छुपी होती है। ऊपर बताए गए बिंदुओं का पालन करके आप न केवल सही स्टॉक्स की पहचान कर पाएंगे, बल्कि समय के साथ एक कुशल इंट्राडे ट्रेडर भी बन सकते हैं।
ध्यान रखें कि हर दिन ट्रेडिंग का एक नया मौका है, लेकिन बिना रणनीति के किया गया ट्रेड नुकसानदेह भी हो सकता है। इसलिए आंकड़ों, ट्रेंड और तकनीकी संकेतकों के आधार पर ही निर्णय लें, भावनाओं के आधार पर नहीं।